डीएमके के बजट में बदला गया रुपए का डिजाइन, खूब हुई बदनामी, भाजपा ने कह दिया बेवकूफ
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rupee symbol: तमिल नाडु बजट की प्रचार सामग्री में रुपए के चिन्ह के स्थान पर तमिल अक्षर रू का उपयोग करने के लिए प्रमुख पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई से कहा कि पार्टी इतनी मूर्ख है कि उसे यह एहसास ही नहीं कि यह चिन्ह उसके पूर्व विधायक के बेटे ने डिजाइन किया है। तमिल नाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाले डीएमके ने इस का विरोध करते हुए कहा कि वह रुपए के चिन्ह के खिलाफ नहीं है बल्कि तमिल भाषा को बढ़ावा देने और उसे प्राथमिकता देने की मांग कर रही है। तो आइए इस मामले को अच्छे से समझते हैं।
डीएमके ने ही लाया था रुपए का डिजाइन
तमिलनाडु के प्रचार सामग्री में रुपए के चिन्ह के स्थान पर तमिल अक्षर रू का उपयोग किया गया जिसका मकसद था तमिल भाषा को बढ़ावा देना और इसे ही लेकर काफी बवाल भी देखा गया। आपको बता दे की श्री उदय कुमार जिनके पास विजुअल कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री है और साथ ही आईआईटी बॉम्बे के औद्योगिक डिजाइन सेंटर से उन्होंने MA की डिग्री भी हासिल की है उन्होंने 2009 में रुपए के प्रतीक को डिजाइन करने के लिए एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता जीती थी जिसे 2010 में अपना लिया गया था। श्री कुमार ने उस समय कहा था कि उन्होंने रुपए के लिए देवनागरी रा और रोमन आर का मिश्रण इस्तेमाल किया और प्रतीक को तैयार करने के लिए उन्हें मिश्रित किया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अब भारतीय परंपराओं और संस्कृति के प्रति सच्चे रहते हुए एक सार्वभौमिक अपील रखता है। आपको बता दें कि देवनागरी लिपि का प्रयोग संस्कृत हिंदी प्रकृति मराठी कोंकणी नेपाली लिखने के लिए किया जाता है।
अन्नामलाई ने डीएमके सरकार पर साधा निशाना
आपको बता दे की श्री कुमार जिन्होंने रुपए के डिजाइन को सार्थक बनाया वह पूर्व डीएम के विधायक और धर्म लिंगम के पुत्र हैं और श्री अन्नामलाई ने इसका इस्तेमाल पार्टी पर हमला करने के लिए किया, तथा दावा किया की पार्टी अपने कार्यों से तमिल का अपमान कर रही है। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में के अन्नामलाई ने लिखा की 2025–26 के लिए डीएमके सरकार का राज्य बजट एक तमिल द्वारा डिजायन किए गए रुपए के प्रति को बदल देता है जिसे पूरे भारत ने अपनाया और हमारी मुद्रा में शामिल किया। थिरू उदय कुमार जिन्होंने प्रतीक को डिजाइन किया एक पूर्व डीएम के विधायक के बेटे हैं। अन्नामलाई ने इस बात को दोहराया और कहा कि यद्यपि तमिल भाषा में लिखते समय उनके सहित कई तमिल लोग तमिल अक्षर रू का उपयोग करते हैं लेकिन इसका प्रयोग रुपए के प्रतीक चिन्ह के स्थान पर नहीं किया जा सकता, जो की राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत है। उन्होंने डीएमके सरकार को मूर्ख करार दिया।